English News:-
Work on surveys of dreams, Bhanupalli-Bermana railroad
will be completed by 20 tunnels
Mon Jul 02 11:27:02 IST 2018
Bilaspur, Rajeshwar Thakur With the completion of surveys
of the much-awaited Bhanupalli Berma railroad, its future pattern is coming
out. According to the survey engineers, 20 tunnels will be constructed in the
63-km long railroad. There will be five stations in it. The survey team will
soon send the report to the central railway after settling the work.
Site
engineer Neeraj Kumar, who has contracted with Railways, said that on the basis
of the survey it was found that a total of 20 tunnels will be constructed. All
the tunnels will be built in Bilaspur district. The longest tunnel will be four
kilometers, which will be from Jukhala to Mehla village of Swahan Panchayat.
The population of Khairis and Swahan Panchayats on the tunnel will not be
destroyed for this. Around two and a half kilometers of tunnel will come out
from Sujung to Badda, from where the railway line will reach Baramana directly.
The Railways have tried to pass this line from within most mountains. The
construction of 20 tunnels in the length of 63 km has been finalized. DPR will
soon be created and sent to the center. The railways will have Baamta Badh,
Mehla, Bermana, Dharot and Thalun (Punjab) railway stations.
Land acquisition from next month
Now, after the completion of the survey, land
acquisition work may start from next month. Earlier, compensation has been paid
to the people of nine villages coming to Himachal Pradesh. In Dhorat, Dabat,
the compensation is yet to be paid. In the second phase, assessments of
compensation have been made up to Dhansewai village of Zakakhakhana.
Dreamed about 36 years ago
The dream of building the railway line in
Bilaspur district was first seen in about 1982. After this, during the Railway
Budget every year, people have always been hopeful that the budget for
Bhanpuri-Bermana railway line will be made on behalf of the Center. Railway
survey was done in 2011 but land acquisition has not been done. Now there is a
lot of work to be done and only a few hundred meters of surveys are left to
work.
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Hindi News:-
20 सुरंगों से गुजरेगी सपनों की रेल,
भानुपल्ली-बरमाणा रेलमार्ग के सर्वेक्षण का काम पूरा
Mon Jul 02 11:27:02
IST 2018
बिलासपुर, राजेश्वर ठाकुर। बहुप्रतीक्षित भानुपल्ली बरमाणा रेलमार्ग के सर्वेक्षण का कार्य लगभग पूरा होने के साथ ही इसका भावी स्वरूप सामने आने लगा है। सर्वेक्षण में जुटे हुए इंजीनियरों के अनुसार 63 किलोमीटर लंबे रेलमार्ग में 20 सुरंगों का निर्माण किया जाएगा। इसमें पांच स्टेशन बनाए जाएंगे। सर्वेक्षण में जुटी टीम जल्द काम निपटाकर रिपोर्ट केंद्रीय रेलवे को भेजेगी।
रेलवे के साथ अनुबंधित कंपनी के साइट इंजीनियर नीरज कुमार ने बताया कि सर्वेक्षण के आधार पर पाया गया कि कुल 20 सुरंगों का निर्माण होगा। सभी सुरंगें बिलासपुर जिले में ही बनेंगी। सबसे लंबी सुरंग पौने चार किलोमीटर की होगी, जो जुखाला से स्वाहण पंचायत के मेहला गांव तक बनेगी। सुरंग के ऊपर खैरियां व स्वाहण पंचायतों की आबादी को इसके लिए उजाड़ा नहीं जाएगा। करीब ढाई किलोमीटर की सुरंग सुंगल से बगड़ा तक निकलेगी, जहां से आगे सीधे रेलवे लाइन बरमाणा ही पहुंचेगी। रेलवे का प्रयास है कि ज्यादातर पहाड़ के भीतर से ही इस लाइन को गुजारें। 63 किलोमीटर की लंबाई में 20 टनलों का निर्माण फाइनल किया गया है। जल्द डीपीआर बनाकर केंद्र को भेजी जाएगी। रेलमार्ग में बामटा बध्यात, मेहला, बरमाणा, धरोट व थलूं (पंजाब) रेलवे स्टेशन होंगे।
अगले महीने से भूमि अधिग्रहण
फिलहाल सर्वे खत्म होने के बाद अब अगले माह से भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो सकता है। इससे पहले हिमाचल के दायरे में आने वाले नौ गांवों के लोगों को मुआवजे का भुगतान हो चुका है। धरोट, दबट में अभी मुआवजे का भुगतान होना बाकी है। दूसरे चरण में मुआवजे का आकलन जकातखाना के धनस्वाई गांव तक कर दिया है।
करीब 36 साल पहले देखा था सपना
बिलासपुर जिले में रेलवे लाइन के निर्माण का सपना सबसे पहले करीब
1982 में देखा गया था। इसके बाद हर वर्ष रेलवे बजट के दौरान लोगों को यह उम्मीद हमेशा रही कि केंद्र की ओर से भानपूल्ली-बरमाणा रेलवे लाइन के लिए बजट का प्रावधान किया जाएगा। 2011 में रेलवे का सर्वेक्षण हुआ पर भू-अधिग्रहण नहीं हो पाया। अब काम में तेजी आती है और सिर्फ कुछ सौ मीटर सर्वेक्षण का काम बाकी है।
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